UPSC CSAT Strategy by Vikas DivyaKirti
UPSC Csat Strategy; upsc ias का एग्जाम तीन चरणों में होता है। प्रीलिम्स एग्जाम , मैन्स तथा इंटरव्यू। CSAT वाला पार्ट प्रीलिम्स एग्जाम के समय होता है। ये विशेष जानकारी जो आपका UPSC CSAT क्लियर करवाने में विशेष भूमिका निभाएगी हमने विकास दिव्यकीर्ति सर जो की दृस्टि के फाउंडर हैं। उनकी मदद से ये महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की है
प्रीलिम्स पेपर्स
GS 1
GS 2 CSAT
Don’t take CSAT lightly
CSAT का एग्जाम वैसे तो क्वीलिफ्यिंग होता है और यही कारन है की कैंडिडेट इसको हलके में लेते हैं। 2014 से पहले सीसेट का पेपर क्वालीफाइंग नहीं होता था इसके भी नंबर एग्जाम में ऐड होते थे। तब स्टूडेंट्स सीसेट पेपर में भी पूरी म्हणत करते थे। क्वीलिफ्यिंग नेचर का होने की वजह से लोग इस पर कम ध्यान देते हैं।
क्युकी इसमें केवल ३३ परसेंट मार्क्स लाना जरुरी होता है इसलिए आसानी से हो जाएगा ये सोचकर लोग कम तैयारी करते हैं।
परिणाम ये होता है की कई बार GS 1 को तो लोग पास कर लेते हैं लेकिन CSAT में ही फ़ैल हो जाते हैं।
सीसेट की तैयारी के लिए जरुरी बातें
1. आपको याद रखना होगा की सीसेट की तैयारी की रणनीति सभी कैंडिडेट की एक जैसी नहीं हो सकती। क्युकी सभी कैंडिडेट एक जैसे पढाई के बैकग्राउंड से नहीं आते हैं। जो कैंडिडेट गणित साइंस आदि के क्षेत्र से आता है उसके लिए सीसेट के आठ दस सवाल गणित से, दस बारह सवाल रीजनिंग से सॉल्व करना बहुत आसान रहता है।
लेकिन जिन कैंडिडेट का क्षेत्र गणित आदि नहीं है उनके लिए पैसेज वाले प्रश्न पर डिपेंडेंसी बढ़ जाती है।
केवल पैसेज से सीसेट के 66 मार्क्स लाना मुश्किल हो जाता है।
UPSC Csat Strategy
2.‘सीसैट’ में मुख्यतः कॉम्प्रिहेंशन, संचार कौशल सहित अंतर्वैयक्तिक कौशल (इंटरपर्सनल स्किल्स इन्क्लूडिंग कम्युनिकेशन स्किल्स ), लॉजिकल रीजनिंग और अनलयतिकाल एबिलिटी, निर्णयन और समस्या समाधान (डिसिशन -मार्किंग और प्रॉब्लम -सॉल्विंग , सामान्य मानसिक योग्यता (General mental ability), आधारभूत संख्ययन (Basic numeracy) एवं आँकड़ों का निर्वचन (Data interpretation) (हाईस्कूल स्तर) से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
3. आपके लिए ये ध्यान रखना अति आवश्यक है की सीसेट के पेपर में केवल 80 प्रश्न पूछे जाएंगे और प्रत्येक प्रश्न 25 अंकों का होगा। इसलिए सीसेट पास करने के लिए एस्पिरैंट को 66 अंकों की आवश्यकता होगी। अर्थात 33% लाना जरुरी है। आप ध्यान रखें की प्रीलिम्स परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग लागु है।
कॉम्प्रिहेंसिव या बोधगम्यता की तैयारी कैसे करें
हमने सभी सालों के परीक्षा का आंकलन किया तो पाया की सबसे अधिक सवाल बोधगम्यता वाले पोरशन से ही आता है। इस पोरशन से हर साल लगभग 25 से 28 सवाल पूछे जाते हैं। इस हिसाब से इसका इस एग्जाम में बहुत महत्वपर्ण स्थान है।
ये एग्जाम २ घंटे में सॉल्व करना होता है इसी समय में कम्प्रेहैन्सिव भी पढ़ना होता है। जो की बहुत ही थकाऊ काम हो जाता है।
इसलिए पहले प्रश्न को पढ़े उसके बाद कॉम्प्रिहेंशन पर जाएँ।
यदि आप पहले पैसेज पढ़ लेते हैं उसके बाद प्रश्न पर जाते हैं तो आपको प्रश्न याद तक नहीं रहेगा और आपको प्रश्न फिरसे पढ़ना होगा।
Tricks for comprehension solve
ये पोरशन ऐसा है जिसको करने के लिए आपको किसी विशेष्य नॉलेज की आवश्यकता नहीं होती है। सिर्फ कुछ ट्रिक्स याद रखकर आप प्रश्न सॉल्व कर लेते हैं।
पैसेज पढ़ते टाइम आप याद रखें की आपको पूरा पैसेज नहीं पढ़ना है। आप प्रश्न में से की वर्ड को याद रखें और उसी को पैसेज में डूंडे इससे आपको प्रश्न का उत्तर पाने में आसानी होगी।
सामान्यतः कॉम्प्रिहेंशन में ऐसा होता है की जो 100 और 150 शब्दों के कॉम्प्रिहेंशन होते हैं, उनमे सिर्फ एक प्रश्न रहता है।
लेकिन जिन बोधगम्यता में २०० से ३०० शब्द होते हैं उनमे 3 या 4 प्रश्न होते हैं। इसलिए बड़े पैसेज देखकर डरे नहीं उसे सॉल्व करने में अधिक फायदा है।
बोधगम्यता वाले प्रश्नो को सॉल्व करने के लिए अच्छी रफ़्तार की अवस्कता होती है उसके लिए जरुरी है पहले प्रश्न पढ़े बाद में उत्तर।
Logical Reasoning (UPSC CSAT Strategy)
यदि किसी विद्यार्थी की गणित और रीजनिंग पर अच्छी पकड़ है तब इस पोरशन को छोड़ भी सकते हैं,लेकिन जिन विद्यार्थियों की पकड़ मैथ पर कमजोर है उनके लिए जरुरी है पैसेज तो जरूर ही सॉल्व करें।
तर्कशक्ति एवं विश्लेषणात्मक (लॉजिकल रीजनिंग)
इसका महत्व अगर हम देखे तो सीसेट में दूसरे नंबर पर आता है
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