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Union budget 2024; महिलाओं युवाओं को मोदी सरकार से क्या है उम्मीद

Union budget 2024; महिलाओं युवाओं को मोदी सरकार से क्या है उम्मीद?

Union budget 2024; 23 जुलाई को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बीजेपी सरकार का पहला बजट पेश करेंगी। इस नए बजट से देश भर की महिलों युवाओं को बहुत उम्मीदें हैं।

कहा ये भी जा रहा है की इस बार मोदी सरकार देश को नयी सौगाते दे सकती है। क्युकी बीजेपी सरकार लगातार तीसरी बार देश में सरकार बनाई है पर इससे पहले बीजेपी बहुमत से जीतती रही है पर इस बार ऐसा नहीं हुआ।
अबकी बार बीजेपी बहुमत से नहीं आयी है तो मोदी सरकार को कही न कही ये डर भी सता रहा है, कही उनके हाँथ से सत्ता न चली जाये।

महिलाओं को बजट से क्या है उम्मीदें

जब बजट के विषय में महिलाओं से बात की गई तो उन सबका जवाब अलग अलग था पर सबकी एक बार साफ़ थी। वो ये थी की महिलाएं घर के मामूली सामानों का जो लगातार दाम बढ़ता जा रहा है उसके विषय में चिंता उन सब महिलाओं की एक जैसी थी।

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अब महिलाओं को उम्मीद है की इस बार के नए बजट में महगाई पर कुछ ध्यान दिया जाएगा।
खास कर के सबका कहना था की किचन गैस सिलिंडर का प्राइस बढ़ता जा रहा है। खाना बनाने के लिए तो सिलिंडर चाहिए ही होता है सबको इसलिए सिलिंडर के दामों को कम करना चाहिए।
महिलाओं ने डेरी पदार्थ पर gst करने करने की मांग की।

एक महिला ने कहा धर्मशालाओं और होटलों पर gst कम होनी चाहिए। कुछ गाओं को महिलों ने कहा की जो सूर्यग्हर योजना है उसे ठीक प्रकार से लागू नहीं किया जा रहा है इसका लाभ सबको तुरंत मिलना चाहिए।

कुछ अन्‍य महिलाओं ने कहा कि जिन लोगों का एमएसएमई में रजिस्ट्रेशन है, उन्‍हें लोन की सुविधा बहुत ही लेट मिलती है। हमरी मांग है की सुबिधा फास्ट ट्रैक के आधार पर दी जानी चाहिए। साथ ही उन्‍होंने कहा कि सरकार इसके अलावा जो भी योजना शुरू करे, या जो योजना पहल शुरू की जा चुकी है उसे व्‍यवस्थित और जल्‍द पूरा करने का प्रयास किया जाए।

युवाओं को Union budget 2024 से उम्मीदें

जब हमारी बात बड़े समूह के युवाओं से हुई तो उनका कहना है की शिक्षा का जो बजट है वो पूरा का पूरा शिक्षा के लिए प्रयोग नहीं हो पाता है। पिछली बार के बजट का हवाला देते हुए युवाओं ने कहा की 1,13,000 करोड़ का शिक्षा का बजट था लेकिन ये सब शिक्षा के लिए उपयोग नहीं हुआ है क्युकी टियर 1 और टियर २ के कोल्लेगस को आप जाकर देखेंगे तो पाएगे की उनकी हालत बहुत ही अधिक ख़राब है। भारत में क्वालिटी ऑफ़ एजुकेशन पर फोकस होना चाहिए जो की नहीं मिल पा रही है।

विद्यार्थियों ने पढाई के लिए बढ़ी हुई फीस के विषय में भी अपनी चिंता जताई।
उन्होंने कहा की देश में शिक्षा यदि सभी स्टार पर मुफ्त हो तो गरीबों के लिए बेहतर होगा।

मजदूरों को Union budget 2024 से उम्मीदें

गरीब मजदूरों को बजट का मतलब कम ही पता है लेकिन समझाने पर उन्होंने कहा की सरकार से तो हम इतना ही चाहते हैं की हम दिहाड़ी मजदूरों को समय से काम उपलब्ध हो इतना ही बहुत है। कुछ लोगों ने कहा की गाओं में हमारा थोड़ा खेत आदि है यदि सरकार किसानो का लोन आदि माफ़ करदें तो हमे सहूलियत रहेगी।
हमे प्रवासी मजदूर नहीं बनना पड़ेगा। हमअपनी जमीं पर ही कुछ ऊगा पाएंगे।
इसके साथ ही यदि हमारे प्रदेश में ही कुछ रोजगार का प्रबंध हो अजेय तो हमे एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित नहीं होना पड़ेगा।।

इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर में क्या नया होगा इस बार

फिक्की के पूर्व अध्यक्ष शुभ्रकांत पांडा ने कुछ दिन पहले ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की तथा उन्‍हें एक प्रजेंटेशन दिया है। उन्‍होंने मीडिया को बताया कि हमने वित्त मंत्री से इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर पर ध्‍यान देने का आग्रह किया है।

पिछले कई वर्षो से भारत सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्‍यान दिया है और इसने मुश्किल वक्‍त में अर्थव्यवस्‍था को मदद दी है। लेकिन इतना करना ही काफी नहीं है ये मदद थोड़ी और होनी चाहिए। साथ ही उन्‍होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर पर जो भी खर्च होता है उसका कई गुनाअच्छा प्रभाव उत्पादकता पर होता है।

साथ ही हमने कृषि क्षेत्र को लेकर भी बात की है। उन्‍होंने कहा कि महंगाई कंट्रोल में है, लेकिन खाद्य महंगाई पर जरूर नजर रखने की जरूरत है। साथ ही उन्‍होंने बताया कि एसएमसई सेक्‍टर के लिए भी हमने कुछ सुझाव दिए हैं। ज्यादा उम्मीद यही है की हमारी बात मान ली जाएगी।


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